मेष लग्न में रत्न
रत्न कभी भी राशि के अनुसार नहीं पहनना चाहिए, रत्न कभी भी लग्न, दशा, महादशा के अनुसार ही पहनना चाहिए। जन्म कुंडली के लग्न चार्ट के प्रथम स्थान में अगर 1 नंबर लिखा हो, तो जातक का मेष लग्न होता…
रत्न कभी भी राशि के अनुसार नहीं पहनना चाहिए, रत्न कभी भी लग्न, दशा, महादशा के अनुसार ही पहनना चाहिए। जन्म कुंडली के लग्न चार्ट के प्रथम स्थान में अगर 1 नंबर लिखा हो, तो जातक का मेष लग्न होता…
रत्न कभी भी राशि के अनुसार नहीं पहनना चाहिए, रत्न कभी भी लग्न, दशा, महादशा के अनुसार ही पहनना चाहिए। जन्म कुंडली के लग्न चार्ट के प्रथम स्थान में अगर 2 नंबर लिखा हो, तो जातक का वृषभ लग्न होता…
रत्न कभी भी राशि के अनुसार नहीं पहनना चाहिए, रत्न कभी भी लग्न, दशा, महादशा के अनुसार ही पहनना चाहिए। जन्म कुंडली के लग्न चार्ट के प्रथम स्थान में अगर 3 नंबर लिखा हो, तो जातक का मिथुन लग्न होता…
रत्न कभी भी राशि के अनुसार नहीं पहनना चाहिए, रत्न कभी भी लग्न, दशा, महादशा के अनुसार ही पहनना चाहिए। जन्म कुंडली के लग्न चार्ट के प्रथम स्थान में अगर 4 नंबर लिखा हो, तो जातक का कर्क लग्न होता…
रत्न कभी भी राशि के अनुसार नहीं पहनना चाहिए, रत्न कभी भी लग्न, दशा, महादशा के अनुसार ही पहनना चाहिए। जन्म कुंडली के लग्न चार्ट के प्रथम स्थान में अगर 5 नंबर लिखा हो, तो जातक का सिंह लग्न होता…
रत्न कभी भी राशि के अनुसार नहीं पहनना चाहिए, रत्न कभी भी लग्न, दशा, महादशा के अनुसार ही पहनना चाहिए। जन्म कुंडली के लग्न चार्ट के प्रथम स्थान में अगर 6 नंबर लिखा हो, तो जातक का कन्या लग्न होता…
रत्न कभी भी राशि के अनुसार नहीं पहनना चाहिए, रत्न कभी भी लग्न, दशा, महादशा के अनुसार ही पहनना चाहिए। जन्म कुंडली के लग्न चार्ट के प्रथम स्थान में अगर 7 नंबर लिखा हो, तो जातक का तुला लग्न होता…
रत्न कभी भी राशि के अनुसार नहीं पहनना चाहिए, रत्न कभी भी लग्न, दशा, महादशा के अनुसार ही पहनना चाहिए। जन्म कुंडली के लग्न चार्ट के प्रथम स्थान में अगर 8 नंबर लिखा हो, तो जातक का वृश्चिक लग्न होता…
रत्न कभी भी राशि के अनुसार नहीं पहनना चाहिए, रत्न कभी भी लग्न, दशा, महादशा के अनुसार ही पहनना चाहिए। जन्म कुंडली के लग्न चार्ट के प्रथम स्थान में अगर 9 नंबर लिखा हो, तो जातक का धनु लग्न होता…
रत्न कभी भी राशि के अनुसार नहीं पहनना चाहिए, रत्न कभी भी लग्न, दशा, महादशा के अनुसार ही पहनना चाहिए। जन्म कुंडली के लग्न चार्ट के प्रथम स्थान में अगर 10 नंबर लिखा हो, तो जातक का मकर लग्न होता…
रत्न कभी भी राशि के अनुसार नहीं पहनना चाहिए, रत्न कभी भी लग्न, दशा, महादशा के अनुसार ही पहनना चाहिए। जन्म कुंडली के लग्न चार्ट के प्रथम स्थान में अगर 11 नंबर लिखा हो, तो जातक का कुंभ लग्न होता…
रत्न कभी भी राशि के अनुसार नहीं पहनना चाहिए, रत्न कभी भी लग्न, दशा, महादशा के अनुसार ही पहनना चाहिए। जन्म कुंडली के लग्न चार्ट के प्रथम स्थान में अगर 12 नंबर लिखा हो, तो जातक का मीन लग्न होता…
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