कुंभ लग्न की संपूर्ण जानकारी
कुंभ लग्न वाले जातक के गुण कुंभ लग्न के लोगों का कद अक्सर पतला और लंबा देखा जाता है। इनके चेहरे बड़े, गर्दन, पीठ, कमर, और पैर लंबे हो सकते हैं। इनके बाल लंबे और घने, हेयर स्टाईल साधारण होती…
कुंभ लग्न वाले जातक के गुण कुंभ लग्न के लोगों का कद अक्सर पतला और लंबा देखा जाता है। इनके चेहरे बड़े, गर्दन, पीठ, कमर, और पैर लंबे हो सकते हैं। इनके बाल लंबे और घने, हेयर स्टाईल साधारण होती…
मीन लग्न वाले जातक के गुण मीन लग्न में जन्म लेने वाले जातकों का कद मध्यम आकार का होता है एवं ये गौर वर्ण लिए होते हैं। इनकी नाक ऊँची तथा इनके केश घुँघराले होते हैं। ऐसे जातक चिंतन मनन…
एक मुखी रुद्राक्ष को साक्षात शिव का रूप माना जाता है। एक मुखी रुद्राक्ष के अलग-अलग प्रकार के दाने इस धरती पर पाए जाते है। एक गोल आकार में होता है, दूसरा काजू के आकार में और तीसरा इंडोनेशिया में…
दो मुखी रुद्राक्ष को भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती का स्वरूप माना गया है। प्राचीन पौराणिक कथानुसार, भगवान ब्रह्मा ने दोनों देवताओं को इतना करीब आने का आशीर्वाद दिया कि वे शिव-पार्वती एक दूसरे में ही विलीन हो गए और…
प्रत्येक रुद्राक्ष में जीवन के किसी न किसी पहलू को लाभान्वति करने का विशिष्ट गुण होता है। यह कैरियर, परिवार, प्रेम या स्वास्थ्य से जुड़ा हो सकता है। तीन मुखी रुद्राक्ष, की सतह पर 3 प्राकृतिक रेखाएं होती हैं, जो…
चार मुखी रुद्राक्ष सबसे महत्वपूर्ण रुद्राक्ष है, जो वर्तमान जीवन को बेहतर बनाने में मदद करता है और समृद्धि-विकास का वादा करता है। इस रुद्राक्ष में 4 धारियां होती हैं इसे चतुर्मुख ब्रह्मा का स्वरूप माना गया है। यह रुद्राक्ष…
पांच मुखी रुद्राक्ष सभी रुद्राक्षों में से सबसे लोकप्रिय रुद्राक्ष है। यह रुद्राक्ष समृद्धि और जीवन में सफलता का प्रतीक है। सभी रुद्राक्षों में से पांच मुखी रुद्राक्ष सबसे ज्यादा पैदा होता है। नेपाल में सबसे अच्छी गुणवत्ता का रुदाक्ष…
छह मुखी रुद्राक्ष की सतह पर 6 प्राकृतिक सीधी रेखाएं होती हैं। इसे समस्या के समाधान रुद्राक्ष रूप में माना जाता है, क्योंकि यह व्यक्ति को सभी परेशान स्थितियों से बाहर निकालता है। यह भगवान कार्तिकेय द्वारा शासित है जो…
सात मुखी रुद्राक्ष की सतह पर सात प्राकृतिक धारियां होती हैं। इसमें अन्य रूपों के विपरीत भगवान शिव के अनंग रूप को दर्शाया गया है। यह मनका सप्तमातृकाओं द्वारा और धन की देवी मां लक्ष्मी के आशीर्वाद से युक्त होता है,…
मेष राशि का तीन मुखी रुद्राक्ष मेष राशि का स्वामी मंगल होता है और मंगल साहस और वीरता का कारक है। साथ ही मंगल के प्रभाव में जातक अडियल और गुस्सैल भी बन जाता है। मेष राशि के जातकों को…
लग्न, पंचम एवं नवम भाव सर्वाधिक बलशाली माना गया है। इसके लिये रुद्राक्ष को धारण किया जाना चाहिए। रुद्राक्ष पर ग्रहों के साथ देवताओं का वास माना जाता है। कुंडली में त्रिकोण अर्थात लग्न, पंचम एवं नवम भाव सर्वाधिक बलशाली…
1 भाव सबसे मजबूत होना चाहिए यह उस शरीर का प्रतिनिधित्व करता है जिसे आप अपने शारीरिक बनावट, और अपने सामान्य स्वभाव के साथ पैदा हुए थे। फर्स्ट हाउस पर कब्जा करने वाले नेटल ग्रह उस व्यक्ति के जीवन में…
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