लाजवंत आप इसे लाजवर्त
लाजवंत आप इसे लाजवर्त भी कहते हैं यह एक नीले रंग का चमकदार धब्बा से युक्त रत्न है जो किसी राशि अथवा ग्रह से विशेष संबंधित नहीं है लाजवर्त अफगानिस्तान में पर्याप्त मात्रा में पाया जाने वाला एक के चमत्कारी रत्न…
लाजवंत आप इसे लाजवर्त भी कहते हैं यह एक नीले रंग का चमकदार धब्बा से युक्त रत्न है जो किसी राशि अथवा ग्रह से विशेष संबंधित नहीं है लाजवर्त अफगानिस्तान में पर्याप्त मात्रा में पाया जाने वाला एक के चमत्कारी रत्न…
अगर – लग्न में 1 नंबर लिखा होगा तो मेष लग्न, लग्न में 2 नंबर लिखा होगा तो वृष लग्न, लग्न में 3 नंबर लिखा होगा तो मिथुन लग्न, लग्न में 4 नंबर लिखा होगा तो कर्क लग्न, लग्न में…
इस भौतिक मानवीय जीवन में से लक्ष्मी का प्रभुत्व छोड़दें तो शेष रह जाता है शून्य। लक्ष्मी है कि चिर युवा व चंचला होने के कारण एक जगह टिकती ही नहीं है। चाणक्य ने ठीक ही कहा है कि निर्धनता…
ग्रह दोष दूर करने के लिए रंगो का, रुमाल, बेड कवर, चादर, कपड़े, गहने, पर्दे, पर्स, वस्त्र पहनें, घर की सजावट में,महिलाएँ इन रंगों की बिंदी,सोफा कवर या पिलो कवर, सफलता, होली मे रंग आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं।…
मेष लग्न में सूर्य पांचवें भाव का स्वामी होता है मेष लग्न में सूर्य पांचवें भाव का स्वामी होता है और लग्नेश मंगल का मित्र होता है। इस स्थिति में बौद्धिक क्षमता में वृद्धि, संतान-सुख और राज कृपा प्राप्त करने…
ग्रहों के सेनापति मंगल का रत्न मूंगा है। इस रत्न को तब धारण करना चाहिए जबकि कुण्डली में मंगल शुभ भाव का स्वामी हो कर स्थित हो। इस स्थिति में मंगल की शुभता में वृद्धि होती है और व्यक्ति को…
पारद शिवलिंग पूजन वैदिक रीतियों में, पूजन विधि में, समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति में पारद से बने शिवलिंग एवं अन्य आकृतियों का विशेष महत्त्व होता है। पारद जिसे अंग्रेजी में एलम (Alum) भी कहते हैं , एक तरल पदार्थ होता…
धनु लग्न के शुभ रत्न पुखराज प्राय: पीले सफेद रंगों में पाया जाता है। ज्योतिषियों की मान्यता है कि अगर किसी कन्या के विवाह में देरी हो रही हो या रिश्ता तय होने के बाद टूट जाता हो तो ऐसी कन्याओं…
मिथुन लग्न के जातक को कौन सा रत्न धारण करना चाहिए तो चलिए जानते हैं मिथुन लग्न के बारे में मिथुन लग्न में रत्न सूर्य तीसरे भाव का स्वामी होता है। अत: इस कुंडली में माणिक्य धारण करना कभी भी लाभकारी नहीं…
सबसे पहले एक बात जान लें कि निम्न परिस्थितियों में बिना जन्म कुण्डली विश्लेषण के ये रत्न पहनना घातक हो सकता है। विवाह हेतु पुखराज या डॉयमंड। व्यवसाय में सफलता हेतु पन्ना। भूमि प्राप्ति या भूमि के कार्य में सफलता…
वृश्चिक राशि एवं लग्न परिचय में जन्म लेने वाला जातक शूरवीर, बुद्धिमान, धनवान, विवेकशील, कुल मव श्रेष्ठ एवं परिवार का पालन करने वाला होता है। ऐसे जातक उच्च प्रतिष्ठित लोगों से सम्मानित होते हुए भी अपने तथा अन्य लोगों के कामों में…
मेष विलग्ने जातः प्रचण्ड रोषो विदेश गमनरतः। लुब्ध: कृशोल्प सौख्य: स्खलिताभिधायी च।। शीघ्रगति अल्पसुतो विविधार्थयुत: सुशीलश्च।। मेष राशि चक्र की प्रथम राशि है। मेष राशि का प्रतीक मेढ़ा (भेड) है। भेड़ जितनी सीढ़ी और अनुशासन प्रिय होती है,उसका नर उतना…
100% नेचुरल लैब सर्टिफाइड रत्न और रुद्राक्ष। मार्किट से लगभग आधि कीमत पर उपलब्ध है। मुफ्त पैन इंडिया डिलीवरी और मुफ्त 5 मुखी रुद्राक्ष के साथ। अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें