मूँगा रत्न
लाल रंग के मूंगा रत्न (Red Coral) को मंगल ग्रह का रत्न माना जाता है। ज्योतिषी मानते हैं कि इसे धारण करने से मंगल ग्रह की पीड़ा शांत होती है। इस रत्न को भौम रत्न, पोला, मिरजान, लता मणि, कोरल,…
लाल रंग के मूंगा रत्न (Red Coral) को मंगल ग्रह का रत्न माना जाता है। ज्योतिषी मानते हैं कि इसे धारण करने से मंगल ग्रह की पीड़ा शांत होती है। इस रत्न को भौम रत्न, पोला, मिरजान, लता मणि, कोरल,…
मंगल का रत्न मूंगा है. मूंगा रत्न के विषय में यह कहा जाता है. इसे धारण करने पर व्यक्ति को अपने शत्रुओं को परास्त करने में सहयोग प्राप्त होता है. मूंगे को संस्कृ्त में प्रवाल, हिंदी में मूंगा, मराठी में…
मंत्र जप के नियम और विधि यह आलेख उन सभी के लिए है जो मंत्र की शक्ति तो जानते है पर जप विधि में ध्यान नही दे पाते , मंत्र को कैसे सिद्ध करे और उसका पूर्ण लाभ उठाने के…
मकर लग्न में बुध भाग्य त्रिकोण का स्वामी और षष्टम का स्वामी होने के कारण षष्टम स्थान का दोष नहीं लगता बुध भाग्य स्थान का स्वामी होकर सुविधा प्रदान करता है। शुभ कार्य व उच्च शिक्षा और भाग्य चमकाता है…
पुखराज रत्न एल्युमिनियम और फ्लोरीन सहित सिलिकेट खनिज होता है। संस्कृत भाषा में पुखराज को पुष्पराग कहा जाता है। अमलतास के फूलों की तरह पीले रंग का पुखराज सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। पुखराज के स्थान पर टाइगर, सुनहला या पीला…
नवमांश कुंडली विवेचना एवं निर्माण विधि कुंडली के बारे में जानते-पढ़ते समय नवमांश कुंडली का जिक्र आप लोगों ने कई बार सुना होगा। मन में ये प्रश्न अवश्य आया होगा कि ये नवमांश कुंडली आखिर है क्या कई जिज्ञासु पाठक…
लग्न के अनुसार पुखराज रत्न धारण करना चाहिए तो चलिए जानते हैं पुखराज कैसे और यह किन-किन लग्नो में धारण किया जा सकता है मेष लग्न मेष लग्न की कुण्डली में बृहस्पति ग्रह व्यय भाव का स्वामी होता है; किन्तु…
बुद्ध का प्रतिनिधित्व करता है। उच्च कोटि का पन्ना जाम्बिया तथा स्कॉट्लैंड की खानों से निकला जाता है ! इसका रंग हलके तोतिये से लेकर गाड़े हरे रंग तक हो सकता है ! असली पन्ने में काले रंग के हलके…
महर्षि अंगीरा का विवाह कर्दम ऋषि की पुत्री श्रद्धा से हुआ था. उन्ही के गर्भ से गुरु का जन्म हुआ था. गुरु की धर्मपत्नी का नाम तारा था. गुरु अपने उत्कृष्ट ज्ञान से देवताओं की रक्षा करते है. गुरु भगवान…
शनि ग्रह के बुरे प्रभाव और पीड़ा शांत करने के लिए नीलम या नीला पुखराज धारण करने की सलाह दी जाती है। नीलम को हीरे के बाद दूसरा सबसे सुंदर रत्न माना जाता है। इसे नीलमणि, सेफायर, इंद्र नीलमणि, याकूत,…
यह एक अत्तयंत प्रभावशाली रत्न होता है कहते है की यदि नीलम किसी भी व्यक्ति को रास आ जाए तो वारे न्यारे कर देता है , लेकिन आखिर इस तथ्य की पीछे क्या सिद्धांत है। क्या वाक्य में नीलम धारण…
मोती अलग-अलग प्रकार के पाए जाते हैं:–मोती, साउथ सी मोती, कैसी मोती, या बसरा मोती, मुक्ता, मोक्तिम, इंदुरत्न, आदि कई नामों से जाना जाता है। मोती रत्न के स्वामी चन्द्र है. इस रत्न को अपने लग्न अनुसार धारण किया जाये…
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